शिमला ग्रामीण (शिमला). शिमला शहर में प्राॅपर्टी टैक्स दोगुना करने के नगर निगम शिमला के प्रस्ताव पर विवाद पैदा हो गया है. हालांकि निगम का यह प्रस्ताव अभी लागू होना बाकी है. लेकिन अभी इसे शहर के कारोबारी इसके खिलाफ एकजुट हो गए है. इनका कहना है कि निगम सुविधाएं देने की बजाय पहले गारबेज कलेक्शन के रेट बढ़ा दिए, अब टैक्स डबल किया जा रहा है.
शिमला व्यापार मंडल के महासचिव संजीव ठाकुर का कहना है कि निगम प्रशासन के इस प्रस्ताव को कतई नहीं माना जाएगा. कहा कि निगम पहले सुविधाएं दें फिर टैक्स बढ़ाने की सोेचे. संजीव ठाकुर का कहना है कि निगम को यदि टैक्स बढ़ाना ही है तो इसे कम अनुपात में बढ़ाए. एकदम टैक्स दोगुना करना सही नहीं है.
पार्षद भी विरोध में
नगर निगम के इस प्रस्ताव के खिलाफ पार्षद भी मैदान में है. ढली पार्षद शैलेंद्र चैहान का कहना है कि इस प्रस्ताव को नगर निगम की मासिक बैठक में पास होने नहीं दिया जाएगा. शहर और खासकर मर्ज एरिया के लोग सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. बिजली पानी निगम इन्हीें व्यावसायिक दरों पर दे रहा है. वहीं सीवरेज लाइन की सुविधा आज तक नहीं मिली है. इन सुविधाओं को देने की बजाय टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार करना गलत है.
मेयर बोली, सदन की मंजूरी के बाद ही लेंगे फैसला
मेयर कुसुम सदरेट का कहना है कि सदन की मंजूरी के बाद ही इसे लागू किया जाएगा. कहा कि अभी प्रस्ताव तैयार हुआ है, इसे लागू नहीं किया गया है.