ढालपुर में चल रहे अंतरराष्ट्रीय दशहरा उत्सव की पांचवी सांस्कृतिक संध्या गायक रुपाली जग्गा के नाम रही. सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ कुल्लुवी नाटी के साथ किया गया. रुपाली जग्गा ने मंच पर आते ही फिल्मी व पंजाबी गानों की बरसात कर दी. ‘मैं तो ऐवे ही लूट गया’, ‘गड्डी बिग बेन दी पूरा लन्दन ठुमकदा’ गाने गाए. रुपाली ने एक से बाद एक गानों पर कलाकेंद्र में बैठे दर्शको ने खूब लुत्फ़ लिया.
वही, चौथी सांस्कृतिक संध्या में मण्डलायुक्त अक्षय सूद मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए. दशहरा उत्सव कमेटी द्वारा स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया गया.
पांचवी सांस्कृतिक संध्या में लोक कलाकारों सहित अन्य राज्यों से आये कलाकारों ने भी दर्शको का मनोरंजन किया. किन्नौर के कलाकारों ने भी लोक नृत्य के माध्यम से अपनी संस्कृति का प्रदर्शन किया. वही, कुल्लू की लोक कलाकार आईं एस चांदनी ने ‘थाच माशना बालू बाषणा’ गाना गाया. ‘बुढालु मामा चिड़ी मारदे जाना गाना गाया’.
मंडी के विनोद कुमार ने ‘दिल तोड़ने वाला है’, ‘एक ता प्यार दूजा बेशुमार तेरे नाल हो गया’ गाना गाया.
इसके अलावा कुल्लू एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा दियाली सदयाल के ऊपर लघु नाटक पेश किया.
कुल्लू के गायक रमेश ठाकुर ने मेरे राश्के कमर तूने पहली नजर, जग घुमेया थारे जैसा ना कोई गाना गाया.
गुजरात के कलाकारों ने भी लोक नृत्य पेश कर लोगो को झूमने पर मजबूर किया. वहीं इस उत्सव में विदेशी कलाकारों की भी प्रतिभा देखने को मिली.
वहीं, तमिलनाडु के कलाकारों ने भी लोक नृत्य पेश किया.
तमिलनाडु के कलाकारों ने लोकनृत्य के दौरान गज़ब की प्रतिभा दिखाई. इनके हैरतअंगेज़ प्रदर्शन ने सबका ध्यान खींचा.