नई दिल्ली. भारत ने उत्तर कोरिया के ताज़ा नाभिकीय परीक्षण की कड़ी आलोचना की है. भारतीय विदेश मंत्रालय ने उत्तर कोरिया पड़ोसी देशों से शांति और स्थिरता बनाये रखने की अपील की है. मंत्रालय ने इस मसले पर अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया द्वारा बार-बार अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन, गहरी चिंता का विषय है.
उत्तर कोरिया का यह परीक्षण कोरियाई क्षेत्र में गैर-नाभिकीय उद्देश्यों के विरुद्ध है. हम उत्तर कोरिया को इस तरह के कामों से दूर रहने के लिये अपील करते हैं जिससे विश्व में शांति और स्थिरता का माहौल बिगड़ सकता है. भारत अपनी सुरक्षा के लिहाज़ से भी इन नाभिकीय और मिसाइल तकनीकों के परीक्षण की आलोचना करता है. उत्तर कोरिया का यह कदम हमारी सुरक्षा के लिये भी गंभीर मसला है.
मालूम हो कि उत्तर कोरिया ने पिछले दिनों एक बयान में आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि उसका छठा नाभिकीय परीक्षण सफल रहा है. उसके दावे के मुताबिक यह एक हाईड्रोजन बम परीक्षण था. इस परीक्षण के बाद कोरियाई क्षेत्र में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किये गये. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 दर्ज की गयी है. अमेरिका ने भूकंप के झटकों और नाभिकीय परीक्षण की पुष्टि की है. इस परीक्षण के बाद विश्व स्तर पर एक बार फिर नाभिकीय युद्धचर्चा शुरू हो गयी है.