कुल्लू :जिले में सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने और इनके विद्यार्थियों की प्रतिभा को तराशने के लिए विभागीय योजनाओं के अलावा जिला प्रशासन भी एक विशेष पहल करने जा रहा है. उपायुक्त यूनुस के इस अभियान के तहत प्रशासनिक अधिकारी और विभिन्न विभागों के अधिकारी नियमित रूप से सरकारी स्कूलों का दौरा करेंगे. ये अधिकारी इन स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं की कमी दूर करने के प्रयास करेंगे. वे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से सीधा संवाद करके स्कूल व उस क्षेत्र की समस्याओं को निपटाने के लिए प्रशासनिक व विभागीय स्तर पर त्वरित कदम उठाएंगे.
उपायुक्त यूनुस ने बुधवार को कुल्लू के लोअर विंग प्राइमरी स्कूल को स्वयं गोद लेकर इस अभियान की शुरुआत की. शुभारंभ समारोह में यूनुस ने बताया कि वह महीने में कम से कम दो बार इस स्कूल का दौरा करके बच्चों के साथ समय व्यतीत करेंगे तथा उनका मार्गदर्शन करेंगे. इसके अलावा स्कूल में प्राथमिकता के आधार पर सभी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा. इसमें संबंधित विभागों का सहयोग लिया जाएगा. विद्यार्थियों को स्मार्ट क्लास जैसी आधुनिक शिक्षण सुविधाएं प्रदान की जाएंगी तथा उनकी प्रतिभा के प्रदर्शन के लिए पर्याप्त अवसर मुहैया करवाए जाएंगे. लोअर विंग स्कूल की तर्ज पर ही जिले के दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों में भी इसी तरह के कदम उठाए जाएंगे.
सभी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, बीडीओ, शिक्षा विभाग, लोक निर्माण, आईपीएच, बिजली विभाग, खाद्य आपूर्ति विभाग, स्वास्थ्य, पुलिस, पंचायती राज, कृषि, बागवानी और अन्य विभागों के अधिकारी बारी-बारी से दिन निर्धारित करके स्कूलों में जाएंगे. अपने विभागों से संबंधित समस्याओं के समाधान के अलावा ये अधिकारी बच्चों के मार्गदर्शन के लिए भी कुछ समय निकालेंगे.
उपायुक्त ने बताया कि कुल्लू जिला में कुल 761 प्राइमरी स्कूलों तथा 1095 आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान की जा रही है. सभी प्राइमरी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने के लिए चरणबद्ध तरीके से कार्य किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि दूरदराज क्षेत्रों के स्कूलों को ई-लर्निंग शिक्षा से जोड़ा जाएगा. स्कूल भवनों पर आकर्षक चित्र प्रदर्शित किए जाएंगे, ताकि बच्चे शिक्षा के लिए प्रेरित हो सकें.