नई दिल्ली. जेडीयू के बाग़ी नेता शरद यादव द्वारा आयोजित ‘सांझी विरासत बचाओ’ कार्यक्रम में राजनीति के कई दिग्गजों ने शिरकत की. इस कार्यक्रम में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, दिग्गज कांग्रेसी नेता गुलाम नबी और आज़ाद फ़ारूक अब्दुल्ला सहित कई दिग्गज मौजूद थे.
यह कार्यक्रम दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ़ इंडिया में आयोजित हुआ. मंच पर राहुल गाँधी के आते ही शरद यादव ने उन्हें गले लगा लिया. इसके बाद राहुल गाँधी ने शरद यादव के सम्मलेन की मुहिम को आगे बढ़ाते हुए कहा कि एक ओर वो लोग हैं जो देश लूटना चाहते हैं, दूसरी ओर वो लोग हैं जो देश बचाना चाहते हैं. इसलिए हम एकजुट होकर सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं.
राहुल गाँधी ने अपने भाषण में आरएसएस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आरएसएस जानती है कि उनकी विचारधारा से चुनाव नही लड़ा जा सकता. यही वजह है कि वह हर संस्थान में अपने लोगों को डाल रहे हैं.
इसके अलावा कांग्रेस उपाध्यक्ष ने अरुण जेटली और नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जेटली जी लोकसभा में कहते हैं कि क़र्ज़ माफ़ करना उनकी पॉलिसी नही है. किसान मर जाएं कोई फ़र्क नही पड़ता. राहुल ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जहाँ भी मोदी जी जाते हैं झूठ बोल जाते हैं. अगर हम सब साथ मिल जाएं तो ये दिखाई भी नहीं देंगे.
राहुल गाँधी के अलावा फ़ारूक अब्दुल्ला ने भी बीजेपी पर एक के बाद एक तीख़े हमले किये. उन्होंने कहा कि हमें चीन और पाकिस्तान से कोई ख़तरा नही है. वो हमारा कुछ नही बिगाड़ सकते. हमें ख़तरा अंदर के लोगों से है. फ़ारूक अब्दुल्ला ने कहा कि एक समय था जब हमारी लड़ाई अंग्रेजों से थी लेकिन अब लड़ाई अपनों से ही है. ये लोग देश को जोड़ने की बात करते हैं लेकिन असल में तोड़ रहे हैं.
बीजेपी का राहुल पर पलटवार
राहुल के आरएसएस पर वार के बाद बीजेपी से तुरंत प्रतिक्रिया आई. केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने इसे ओछा करार दिया. उन्होंने कहा कि राहुल गाँधी जब पैदा भी नही हुए थे हम तबसे सत्ता में हैं. उन्होंने कहा कि मैं पहले कहता था कि राहुल बिना होमवर्क किये बात करते हैं. लेकिन अब कहता हूँ वह बेतुकी बात करते हैं.